वो किसना है¶
वो है रंगीला, छैल छबीला वो है नटखट, वो जमुनातट फेरे लगाए, मुरली बजाए गोपियों के संग रास रचाए मुरली बजैया, रास रचैया श्याम सलोना है
जो है अलबेला मद नैनों वाला जिसकी दीवानी बृज की हर बाला वो किसना है, वो किसना है, वो किसना है
प्यार में डूबी प्यार में खोयी प्यार की धुन में जागी ना सोयी दुनिया से है वो अन्जानी सब कहते हैं प्रेम दीवानी किसना से मिलती है भूल के हर बंधन किसना की माला ही जपती है वो जोगन नैनों में सांसों में मन में किसना हर पल है जीवन में जिसके किसना वो राधा है, वो राधा है, वो राधा है
मधुर मधुर सा रूप है जिसका श्वेत श्वेत रंग जिसका सुंदर तन-मन सुंदर चितवन सुंदर है अंग जिसका प्यार है सागर से भी गहरा किसना के संग जिसका वो राधा है, वो राधा है, वो राधा है