तेरे बिना बेसुवादी बेसुवादी रतियाँ¶
तेरे बिना बेसुवादी बेसुवादी रतियाँ ओ सजना रूखी रे ओ रूखी रे, काटूँ रे कटे, कटे ना
ना जा चाकरी का मारे ना जा सौतन पुकारे सावन आएगा तो पूछेगा ना जा रे फीकी-फीकी बेसुवादी ये रतिया काटूँ रे कटे, कटे ना अब तेरे बिना सजना-सजना काटे, कटे ना काटे ना काटे ना तेरे बिना तेरे बिना...
तेरे बिना चाँद का सोना, खोटा रे पीली-पीली धूल उंड़ावे झूठा रे तेरे बिना सोना पीतल तेरे संग कीकर पीपल आजा काटे ना रतियाँ तेरे बिना...