परी हूं मैं¶
आई मैं तो आई नजारों के, अनजाने एक जहां से लायी मैं तो लायी बहारों के, अफसाने भी वहां से ना ना मुझे छूना ना, दुर ही रहना, परी हूं मैं
आये कोई मेरी पनाहों, ले जाये ये नजारे देखे कोई मेरी निगाहों, में पहचाने ये ईशारे ना ना मुझे छूना ना, दुर ही रहना, परी हूं मैं
परी हूं मैं, मुझे ना छूना, परी हूं मैं
फूलो में जो नूर है, मेरा ही सुरुर है आँखों में गुरुर है, ख्वाबों का कसूर है थोडा़ सा करार है, थोडा़ सा खुमार है किसका इंतजा़र है, कैसा इंतजा़र है
कोई तो ऐसा हो, साँसो को मेरी महका जाये
आई मैं तो आई नजारों के, अनजाने एक जहां से लायी मैं तो लायी बहारों के, अफसाने भी वहां से ना ना मुझे छूना ना, दुर ही रहना, परी हूं मैं
परी हूं मैं, मुझे ना छूना, परी हूं मैं
धीमी धीमी धड़कनें, मीठी मीठी उलझनें जो भी मेरे पास है, मेरे लिये खास है देखो मेरी आरज़ू, बैठी मेरे रुबरु कैसी मेरी जुस्तजु, बिखरी है चार सू
कोई तो ऐसा हो, आके जो मेरा दिल ले जाये
आई मैं तो आई नजारों के, अनजाने एक जहां से लायी मैं तो लायी बहारों के, अफसाने भी वहां से ना ना मुझे छूना ना, दुर ही रहना, परी हूं मैं
परी हूं मैं, मुझे ना छूना, परी हूं मैं